23 March, 2018 19:49

23 जनवरी को भगत सिंह राजगुरु और सुखदेव को फांसी दी गई थी,इनको फांसी 11 घंटे पहले दी गई थी 17 दिसंबर 1928 को लाहौर में सहायक पुलिस अधीक्षक रहे अंग्रेज अधिकारी को जेपी सांडर्स को मारा था। आज शहीद दिवस बड़ी धूमधाम से और बड़े-बड़े ओजस्वी भाषण व कविताओं से मनाया गया किसी ने फूलों की श्रद्धांजलि दी ,किसी ने शब्दों श्रद्धांजलि दी युवा वर्ग का कहना था कि समाजवादी भगत सिंह लाना चाहते थे मतलब की सभी को समान अधिकार , नव युवकों को रोजगार देश में कोई भूखा ना हो गरीबी ना हो यही चाहते थे भगत सिंह जिस समय भगत सिंह को फांसी हुई थी उस समय वे लेनिन की पुस्तक पढ़ रहे थे क्योंकि वो लेनिन को समाजवाद का के लिए अपना गुरु मानते थे आज शहीद दिवस पर महान क्रांतिकारी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के पुत्र खत्री जी ने आज उस जगह शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की जहां पर उसी कमरे में बैठकर बड़े-बड़े दिग्गज क्रांतिकारियों ने अपनी योजना बनाई थी और स्वाधीनता की लड़ाई लड़ी थी श्रद्धांजलि सभा में विष्णु त्रिपाठी उर्फ लंकेश भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता नमो TV TV9 यूपी चीफ ब्यूरो ममता सिंह राज मल्होत्रा और मालविका मुखर्जी तथा अन्य बड़े-बड़े दिग्गज और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उपस्थित थे विष्णु दत्त त्रिपाठी लंकेश जी ने अपनी कविताओं के माध्यम से शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। राजेश मेहरोत्रा ने अपनी कविता के माध्यम से शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की उदय खत्री जी ने अपील की कि जनता अपने पैसों से ही है हर शहीद की एक मूर्ति स्थापित करें और उनको उनको श्रद्धांजलि दें सरकारी पैसे से ये कार्य न हो। मंदिर मस्जिद जिस तरह से बनाए जाते हैं उसी तरह से जनता चंदा इकट्ठा करके शहीदों के लिए भी मंदिर बनवाए यही सबसे बड़ी शहीदों के लिए श्रद्धांजलि होगी। युवा कवि Agneepath जी ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
ममता सिंह

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