मरेंगे मरीन कमांडोज के हाथों कश्मीर के जिहादी


जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खात्मे के लिए अब एक नया प्लान तैयार कर लिया गया है। सेना के आतंकियों के खात्में के लिए एक खास प्लान बनाया है। आतंकियों के खात्में के लिए सेना का साथ अब हाईली स्पेशलाइज फोर्स के कमांडोज देंगे।
खबर के मुताबिक यह कमांडो कोई और नहीं बल्कि नौसेना के मरीन कमांडो ‘मार्कोस’ होंगे। आपको बता दें भारत के मरीन कमांडो दुनिया के बेहतरीन कमांडो दस्ते में गिने जाते हैं। इन्हें मार्कोस भी कहा जाता है। मुंबई हमले के दौरान ताज होटल पर हुए आतंकी हमले में पहला मोर्चा संभालने वाले यही कमांडो थे। जिसकी मदद से लोगों की जानों को बचाया गया था और आतंकियों को माप गिराया गया था।इन कमांडो को बेहद कड़ी ट्रेनिंग से होकर गुजरना होता है।
इमसें ज्यादातर 20 साल की उम्र वाले युवा जांबाजों को लिया जाता है। इनकी कठिन ट्रेनिंग का हिस्सा होता है ‘डेथ क्रॉल’ जिसमें जवान को जांघों तक भरी हुई कीचड़ में भागना होता है। HAHO जंप -40 डिग्री के जमा देने वाले तापमान पर होती है। इन्हें हर तरह के हथियार से ट्रेनिंग दी जाती है फिर चाहे वो चाकू हो, स्नाइपर राइफल हो, हैंडगन हों या मशीन गन। इनके पास जो हथियार होते हैं वो दुनिया के सबसे बेहतर हथियारों में से होते हैं। बेहतरीन राइफल्स में से एक इजरायली TAR-21 है जो मार्कोस इस्तेमाल करते हैं।