उफ़ क्या कर डाला रे इण्डिया टी वी-बाप रे बाप ! इतना बड़ा झूठ

इलेक्ट्रानिक मीडिया के कई चैनलों के सर से डेरा सच्चा सौदा का बुखार उतर गया लगता है लेकिन रज़त शर्मा जैसे बुद्धिजीवी पत्रकार का इण्डिया टी वी अभी भी टी आर पी बढ़ाने की ललक के चलते बगैर तथ्यों की जांच किये ऐसी ऐसी झूठी मनगढंत कहानियां सुना रहा है कि लोगों के कान भी हंसने लगे हैं l बाबा का पूर्व गनमैन होने का दावा करने वाला एक बैंत सिंह नाम का प्राणी ज्यों ही बताता है कि डेरा में साधुओं को मार कर डेरा के साथ गुज़रती भाखड़ा नहर में फेंक दिया जाता था , त्यों ही एंकर चीख चीख कर अलापने लगता है कि कातिल बाबा भाखड़ा में डाल देता था लाशें . बड़ी हास्यपद बात है कि सारी दुनिया की खबर रखने वाले चश्माधारी रज़त शर्मा के दूरदृष्टि रखने के दावेदार एंकरों संपादकों और गिद्धदृष्टि रिपोर्टरों को ये बात नहीं पता कि डेरा सच्चा सौदा सिरसा के इर्द गिर्द कोई भी भाखड़ा नहर नहीं गुज़रती . महज़ टी आर पी बढ़ाने की होड़ में इंडिया टी वी ऐसा झूठ परोसेगा और पढ़े लिखे लोगों को इस तरह बेवकूफ बनाएगा इस बात की उम्मीद कम से कम रज़त शर्मा के चैनल से तो नहीं की जा सकती थी. दर्शक पूछते हैं कि इण्डिया टी वी खबरिया चैनल है या नौटंकी शाला. सवाल ये पैदा होता है कि क्या झूठ तूफ़ान बोलकर दर्शकों को गुमराहकुन सूचनाएँ दे कर भ्रमित करना और समाज में अकारण भड़काऊ माहौल पैदा करना क्या किसी कानूनी प्रकिर्या के अंतर्गत आता है या नहीं ? और क्या मीडीया की जिम्मेवारी सिर्फ टी आर पी बढ़ा कर एक मिनट की खबर और 10 मिनट के इश्तिहार दिखाने तक ही सीमित है.