जज की रीडर है 1 करोड़ की डकैती के मुख्य आरोपी के वकील की बहन इसलिए मिली जमानत – पीड़िता ने की उच्च न्यायिक अधिकारियों को अपील

बहुचर्चित किन्नर डेरा डकैती कांड में पीड़िता पूनम महंत द्वारा पटियाला के एक जज की रीडर के आरोपी के वकील की बहिन होने की सूचना उच्च न्यायिक अधिकारियों को दी गई है । फरियादी ने लिखित में कहा है कि एक करोड़ रुपए से ज्यादा रिकवरी वाले इस डकैती कांड के मामले में दर्ज एफ आई आर के मुख्य आरोपियों में से एक सतवीर शर्मा को जज हरी सिंह ने करोड़ों रुपये की रिकवरी को नज़रअंदाज़ करते हुए एंटीसिपेटरी जमानत दे दी क्योंकि वकील सुमेश जैन की सगी बहन संगीता जज हरी सिंह की रीडर है, जबकि इसी मामले की एक और आरोपी पार्वती महंत की जमानत खारिज हो चुकी है। प्रार्थी का कहना है कि इस तरह करोड़ों रुपये की रिकवरी नज़रअंदाज़ करते हुए जज साहिब ने ऐसे व्यक्ति की जमानत करके गलत संदेश दिया है और बाकी लोगों को बचाने का हीला भी कर दिया है जो कि सरासर गैर कानूनी है । प्रार्थी ने मांग की है कि इस पूरे घटनाक्रम की उच्च स्तरीय जांच की जाए क्योंकि इस जघन्य कांड की पूरे हिंदुस्तान में गूंज है। पटियाला में पूनम महंत और शबनम महंत के डेरे पर सिमरन ट्रांसजेंडर सिम्मी ट्रांसजेंडर पार्वती ट्रांसजेंडर , सतवीर शर्मा और उसके गैंग ने दिनदहाड़े डकैती को अंजाम दिया था। इस डकैती के दौरान एक करोड़ रुपए से ज्यादा नगदी और गहने लूटे गए थे । कई निर्दोष किन्नरों को जख्मी किया गया था। एक किन्नर का बाजू तोड़ दिया गया था और उनके पालतू जानवरों को मार दिया गया था ।इस सिलसिले में पूनम महंत के दो चेले अगवा किए गए थे जिसके सिलसिले में पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट के आदेश पर दो महंत बरामद किए गए थे । पंजाब के जुर्म के इतिहास की इस बहुत बड़ी डकैती लूटमार और अगवा की एफ आई आर नंबर 234 के मुख्य आरोपियों में से तीन आरोपी पुलिस द्वारा ग्रिफ्तार करके जेल भेज दिए गए जबकि इसी एफ आई आर में दस नंबर पर दर्ज सतवीर शर्मा की एंटीसिपेटरी जमानत जज हरी सिंह ग्रेवाल ने मंजूर करते हुए इस केस में एक ऐसे व्यक्ति को भी ग्रिफ्तार करने से पहले 7 दिन का नोटिस देने का निर्देश पुलिस को दे डाला जिसका नाम इस केस की एफ आई आर में दर्ज ही नहीं। इस घटना की चर्चा पूरे देश में है।

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