नरिंदर सिंगला ने भरा बिजली विभाग को 27 हजार जुर्माना बकाया था वन विभाग का

सरहिद रोड पर हरा पेड़ काट रहे पावरकॉम मुलाजिमों की शिकायत जंगलात विभाग को मिलने के बाद मौके पर पहुंचे जंगलात मुलाजिमों ने आरोपियों को वहां से भगा दिया। इसके बाद स्थानीय सैनिटरी शोरूम के मालिक नरिंदर सिंगला ने पेड़ काटने वाले मुलाजिमों पर कार्रवाई के लिए जंगलात मंत्री के ओएसडी को जानकारी दी। मंत्री के ओएसडी फारेस्ट रेंज पटियाला के ऑफिस पहुंचे और सात मुलाजिमों पर कार्रवाई करने को कहा। दबाव पड़ने पर जंगलात विभाग के मुलाजिम पावरकॉम की गाड़ी को आफिस ले आए जहां से गाड़ी को पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। मामला बिगड़ता देख कर पावरकॉम के जूनियर इंजीनियर जंगलात विभाग के आफिस पहुंचे परंतु विभाग ने नियमों के मुताबिक कार्रवाई करते हुए रिपोर्ट तैयार कर दी।
समाज सेवक नरिदर सिगला ने कहा कि कुछ दिनों पहले भी बिना मंजूरी के सरहिद रोड के पेड़ काटे गए थे। एतराज जताने के बावजूद वीरवार को भी पावरकॉम के सात मुलाजिम हरे पेड़ों को काट रहे थे। जिसकी जानकारी मिलते ही वे मौके पर पहुंचे और उनकी वीडियो बनाई। जंगलात विभाग को इसकी सूचना दी गई तो मौके पर जंगलात विभाग के मुलाजिम पहुंचे परंतु उन्होंने पावरकॉम मुलाजिमों पर कार्रवाई न करने की मजबूरी जताई। जिस कारण उनको जंगलात मंत्री तक पहुंच करनी पड़ी। जिसके बाद ही पावरकॉम का ट्रक, जिसमें पेड़ काट कर शाखाएं डाली जा रही थी, को कब्जे में लिया गया। सिगला ने कहा कि वे पौधे लगाओ मुहिम के तहत पौधे लगा रहे हैं वहीं सरकारी विभाग बिना मंजूरी के पेड़ काट कर पर्यावरण को दूषित कर रहे हैं।
जंगलात मंत्री साधु सिंह धर्मसोत के ओएसडी चमकौर सिंह का कहना है कि हरे पेड़ को नुकसान पहुंचाने वाले सात मुलाजिमों पर जंगलात विभाग ने नियमों के तहत कार्रवाई की है। विभाग ने डीआर काट कर आगे कार्रवाई के लिए भेज दी है। वहीं वन रेंज पटियाला आफिस में पावरकॉम के खड़े ट्रक को पुलिस के सुपुर्द करने कहा गया गया है। पेड़ काटने या शाखाओं की छंटनी करने से पहले जंगलात विभाग की मंजूरी लेना जरूरी है। इस मामले में कोई मंजूरी नहीं ली गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए वे खुद मौके पर पहुंचे हैं।
वन रेंज आफिसर बलबीर सिंह का कहना है कि शिकायतकर्ता नरिदर सिगला की गवाही पर कार्रवाई करते हुए पावरकॉम के सात मुलाजिमों पर लिखित रिपोर्ट तैयार की है। पेड़ काटने या इनको नुकसान पहुंचाने के मामलों में कोई शिकायतकर्ता आगे नहीं आता। इस मामले में शिकायतकर्ता गवाही दे रहे है तो कार्रवाई भी लाजिमी है।
इस घटना के बाद बिजली विभाग ने बदला लेते हुए वन विभाग कार्यालय तथा स्थानीय पार्क की बिजली काट दी जिससे पानी की मोटर बन्द हो गई और पानी न मिलने से पेड़ पौधे सूखने लगे और जन सुविधा केंद्र में गंदगी फैल गई। पार्क में सैर करने वाले लोगों को हो रही असुविधा और पेड़ पौधों को सूखने से बचाने के लिए समाज सेवी नरिंदर सिंगला फिर आगे आये और अपनी जेब से जंगलात विभाग की तरफ बिजली बोर्ड की बकाया राशि 27 हजार रुपये भर दी और बिजली का कुनैक्शन चालू करवाया जिससे पेड़ पौधों को पानी मिल सका । इस मामले की शिकायत नैशनल ग्रीन ट्रब्यूनल को की जा रही है।