नर्सिंग सेंटर में नहीं थी अल्ट्रासाउंड मशीन, आरोपी लैपटॉप पर यू-ट्यूब से दिखा देते थे भ्रूण के क्लिप और लड़की बताकर करा देते थे गर्भपात

जहां अदालत ने तीनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। गौर हो कि रविवार शाम हरियाणा के सिरसा से सेहत विभाग की टीम की अगुवाई कर रहे नोडल अधिकारी डॉक्टर बुधराम व मेडिकल अधिकारी डॉक्टर दीपक ने समेत टीम एक डमी मरीज भेज कर कथित तौर पर लिंग टेस्ट के आरोपों में नर्सिंग होम में रेड की थी। जांच में मामला लिंग टेस्ट का पाया गया था।
डॉक्टर पेश नहीं कर पाए अपने सर्टीफिकेट: डॉ. करण सागर
जिला परिवार भलाई अधिकारी डॉक्टर करण सागर ने बताया कि रेड के दौरान पाया कि उक्त नर्सिंग होम के पास कोई भी अल्ट्रासाउंड मशीन नहीं थी, नर्सिंग होम की ओर से लिंग टेस्ट करवाने आने वालों को लैपटॉप पर यू-ट्यूब के माध्यम से अल्ट्रासाउंड की क्लिप दिखाई जाती थी और कह दिया जाता थी कि गर्भ में लड़की है। इसके बाद गर्भपात करवा दिया जाता था। उन्होंने बताया कि रेड के दौरान उक्त डॉक्टर अपनी मेडिकल की कोई डिग्री और सर्टीफिकेट भी पेश नहीं कर पाए। रेड दौरान विभाग की टीम ने दलाल परमजीत कौर के पास से हरियाणा सेहत विभाग के निशानी युक्त 28 नोट 500-500 यानि 14 हजार रुपए भी बरामद किए हैं। डॉक्टर सागर ने बताया कि जिले में 22 अल्ट्रासाउंड सेंटर है। उनकी नियमित जांच की जाती है और रिकार्ड भी चैक किया जाता है।