देश विदेश की खबरें
👉🏿News Flash: 5 मार्च को शुरू होगा नेपाली संसद का पहला सत्र।
👉🏿J-K: उरी सेक्टर में पाकिस्तान ने किया सीजफायर का उल्लंघन।
👉🏿J-K: उरी में पाकिस्तान ने तोड़ा सीजफायर, 3 नागरिक घायल।
👉🏿J-K: भारतीय सेना ने हाजीपीर में पाकिस्तानी पोस्ट तबाह की।
👉🏿J-K: उरी सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से फायरिंग जारी।
👉🏿छत्तीसगढ़ विधानसभा में नीरव मोदी पर विपक्ष का हंगमा, कांग्रेस के 28 MLA निलंबित।
👉🏿दिल्ली: महंगाई के ख़िलाफ़ 4 मार्च को कांग्रेस करेगी प्रदर्शन।
👉🏿नोएडा: सेक्टर 137 के अजनारा शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में लगी भीषण आग।
👉🏿महाराष्ट्र: ठाणे में गीतांजलि के शोरूम में ED का छापा।
👉🏿कनाडा के पीएम 21 फरवरी को अमृतसर में पंजाब के सीएम से करेंगे मुलाकात।
👉🏿बैंक घोटाले में 13 PNB बैंक अधिकारियों से पूछताछ जारी: सीबीआई।
👉🏿2008 से चल रहा था रोटोमैक घोटाला: सीबीआई।
👉🏿हावड़ा से पटना जा रही तूफान एक्सप्रेस में लगी आग।
👉🏿मध्य प्रदेश: बगोटा गांव में एक झोपड़ी में लगी आग, 3 बच्चों की मौत।
👉🏿मोहाली में एक करोड़ पांच लाख की पुरानी करंसी सहित तीन गिरफ्तार
मोहाली : पुलिस ने मोहाली पुलिस ने खरड़ में नाकेबंदी के दौरान एक करोड़ पांच लाख की पुरानी कंरसी के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। यह नगदी उनकी कार की तलाशी लेने के दौरान मिली। इसके बाद मामले की जानकारी आयकर विभाग व प्रवर्तन निदेशालय को दे दी गई है। तीनों आरोपित हरियाणा के रहनेवाले हैं। डीएसपी हरबीर सिंह अटवाल ने बताया कि आरोपितों से पूछताछ में कई अहम खुलासे होने की उम्मीद है। आरोपितों की पहचान हरियाणा के फतेहाबाद जिले के गांव धांगड़ निवासी रविंदर सिंह उर्फ रवि, गांव चिदड़ निवासी कपल कुमार और झज्जर जिले के पालड़ा गांव के निवासी राकेश कुमार के रूप में हुई है। आरोपित क्रेटा कार में कंरसी लेकर लांडरां खरड़ रोड पर जा रहे थे। इसी दौरान पुलिस की जांच में पकड़े गए। पुलिस के अनुसार, रविंदर उर्फ रवि हिस्ट्रीशीटर है। उस पर राजस्थान की एक्सिस बैंक की ब्रांच में आठ करोड़ 60 लाख की लूट का आरोप है। रविंदर के खिलाफ जयपुर में भी मामला दर्ज है। पुलिस सभी आरोपितों से करंसी को लेकर पूछताछ कर रही है। नोटबंदी के बाद इतनी भारी संख्या में पुरानी करंसी मिलने से पुलिस हरकत में आ गई है, मामले के तह तक जाने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसियों को भी जांच में शामिल किया गया है।
👉🏿CBI, आयकर के साथ ED टीम भी कानपुर पहुंची, हिरासत में रोटोमैक ग्रुप के मालिक विक्रम कोठारी
कानपुर : किंग ऑफ पेन के नाम से मशहूर उद्योगपति एवं रोटोमैक ग्रुप के मालिक विक्रम कोठारी पर कई बैंकों को करोड़ों का चूना लगाने का आरोप है। सीबीआइ टीम ने सोमवार सुबह कानपुर के तिलकनगर स्थित विक्रम कोठारी के आवास पर छापेमारी की।विक्रम कोठारी के रोटोमेक समूह पर कुल 3695 करोड़ रुपए की देनदारी है।
इसके बाद ईडी की तीन टीमें और आयकर की टीमें भी मौके पर पहुंची। सीबीआइ टीम ने कोठारी परिवार के सभी सदस्यों के पासपोर्ट और मोबाइल कब्जे में ले लिए हैं। उनकी सभी चल और अचल संपत्ति के कागजों की पडताल की जा रही है। फिलहाल सभी कागजों को सीबीआइ और आयकर विभाग की टीम ने अपने कब्जे में ले रखा है। शिकायत में आरोप लगाया गया था कि रोटोमैक मामले में षड्यंत्रकारियों ने 7 बैंक के एक कंसोर्टियम को 2919 करोड़ रुपये (मूलधन) के लिए बैंक ऋण बंद करने के लिए धोखा दिया। इसमें इन ऋणों की ब्याज देयताएं शामिल नहीं हैं। मैसर्स रोटोमाक के लिए बकाया राशि, रु 3695 करोड़ है।
रोटोमैक ग्रुप के मालिक विक्रम कोठारी को तिलकनगर स्थित घर में ही हिरासत में रखा गया है। टीम में लखनऊ से सीबीआई के डिप्टी डायरेक्टर पीके श्रीवास्तव श्रीवास्तव और उनकी टीम शामिल है। आवास पर छापा मारने के साथ ही टीम ने कंपनी के सिटी सेंटर मॉल रोड स्थित ऑफिस और पनकी स्थित रोटोमैक फैक्ट्री पर भी छापे की कार्रवाई की। सीबीआइ और ईडी ने एक-एक कागजात अपने कब्जे में लिए हैं। उनकी जांच कर रही है। इसके अलावा घर के सभी कीमती सामान और संपत्तियों का मूल्यांकन किया जा रहा है। कोठारी परिवार के बिजनेस से जुड़े लैपटॉप, कम्प्यूटर की भी जांच की जा रही है। परिजनों के मोबाइल फोन को भी कब्जे में लिया गया है। सीबीआई ने कारोबारी विक्रम कोठारी, उनकी पत्नी साधना और राहुल को भी लोन डिफ़ॉल्ट केस में आरोपी बनाया है। इसके अलावा बैंक कर्मचारियों और अज्ञात लोगों को भी आरोपी बनाया गया है। कानपुर में विक्रम कोठारी के कई ठिकानों पर सीबीआई और ईडी की छापेमारी जारी है। सीबीआई ने विक्रम कोठारी, उनकी पत्नी और बेटे के पासपोर्ट को भी जब्त कर लिया है। विक्रम कोठारी के खिलाफ सीबीआई ने नई दिल्ली में एफआईआर दर्ज की है। बैंक आफ बड़ोदा की कानपुर रीजनल मैनेजर ने विक्रम कोठारी के खिलाफ आपराधिक साज़िश और धोखाधड़ी की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करवाया है। कोठारी ने बैंक आफ बड़ोदा से लोन लिया था। लोन लेने के बाद उन्होंने न तो मूलधन चुकाया और न ही उसका ब्याज बैंक को दिया। विक्रम कोठारी के वकील शरद कुमार विरला ने बताया कि यह लोन डिफ़ॉल्ट का मामला है न कि बैंक फ्रॉड का। विक्रम कोठारी पर 3700 करोड़ रूपये अलग- अलग बैंकों से लोन लेकर डकारने का आरोप है। सीबीआई की टीम ने कोठारी के घर से 17 फाइलें जब्त की है। सीबीआई और ईडी के छापे के बाद आयकर विभाग भी थोड़ी देर पहले मॉल रोड स्थित सिटी सेंटर आफिस पहुंची। छापे के दौरान लखनऊ से सीबीआई के एसपी राघवेंद्र सिंह भी आए लगभग आधे घंटे अंदर रुकने के बाद वह वापस चले गए उन्होंने फिलहाल किसी गिरफ्तारी से इनकार किया है और कहा है कि शाम तक स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। सीबीआइ के सूत्रों के मुताबिक विक्रम कोठारी को हिरासत में ले लिया गया है और उन्हें गिरफ्तार कर रात तक दिल्ली या लखनऊ ले जाया जा सकता है।
👉🏿उन्नाव में ट्रैक्टर ट्राली पलटने से चार दबे, दो की मौत
उन्नाव : तेज रफ्तार ट्रैक्टर ट्राली पलटने से आज उन्नाव में चार लोग नीचे दब गए। इनमें से दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हैं। उन्नाव के मौरावां-गुरुबक्सगंज रोड पर अकोहरी की तरफ से डस्ट लादकर आ रही तेज रफ्तार ट्रैक्टर-ट्राली के पलटने से चार बाइक सवार उसके नीचे दब गए। जब तक ट्राली को सीधा करके दबे लोगों को निकाला जाता मुकेश पुत्र सजीवन लोधी (35), निवासी ग्राम छीतूखेड़ा, बछौरा, शिवनारायण पुत्र पंचम (48) ग्राम गोनामऊ की मौके पर ही मौत हो गई। इस हादसे में होरीलाल पुत्र बाबू (34), गोनामाऊ एवं लक्ष्मी शंकर पुत्र लाला (45) को गंभीर हालत में मौरावां पीएचसी से जिला अस्पताल के लिए रिफर किया गया है। कस्बे चकबंदी रोड से बाइक सवार जैसे ही मौरावां-गुरुबक्सगंज रोड पर चढ़े हादसा हो गया। हादसे के वक्त चारों किसी तालाब से भसेड खोदने के लिए जा रहे थे।
👉🏿विदेश में नौकरी की चाहत में 200 युवकों ने बैंकों से लिए लोन, ट्रैवल एजेंट ने कहीं का न छोड़ा
मोगा : पंजाब के 200 से अधिक युवकों ने विदेश जाकर नौकरी करने की चाहत में बैंकों से अलग-अलग हजारों रुपये के लोन लिया आैर एक ट्रैवल एजेंट को दिया। ट्रैवल एजेंट ने उनको कुवैत भेजकर वहां नौकरी दिलाने की गारंटी दी। इसके बाद वह इन युवकों से करीब एक करोड़ रुपये की ठगी कर चंपत हो गया। पीडि़त युवकों ने थाना मैहना में एजेंट के खिलाफ शिकायत दी है। शिकायत देने के पांच दिन बाद भी एजेंट का कुछ पता नहीं लगा पाया है।
कुवैत में नौकरी दिलाने के नाम पर ट्रैवल एजेंट ने 200 युवकों से ठगे एक करोड़ रुपये
पीडि़त युवकों ने बताया कि उन्होंने बैंकों से 60 से 70 हजार रुपये बैंकों से लोन लिए, ताकि ट्रैवल एजेंट को दे पाएं। पैसे लेने के बाद से एजेंट का अमृतसर रोड स्थित गांव लंडेके में दफ्तर बंद पड़ा है। एजेंट चार महीने से गांव में किराये पर दुकान लेकर अपनी गतिविधियां चला रहा था। कुछ युवकों ने बताया कि जिन्होंने एजेंट को पहले पैसे नहीं दिए थे उन्हें एजेंट ने दिल्ली जाकर मेडिकल करवाने के बहाने मोगा बुलाया, लेकिन पैसे लेकर वहां से फरार हो गया। युवक बसों में बैठे इंतजार करते रहे। रात 11 बजे सभी युवक अपने घरों को लौट गए। वहीं, पुलिस का कहना है कि आरोपित एजेंट की तलाश जारी है। कुछ जगह छापामारी की गई है, लेकिन एजेंट हाथ नहीं आया है। गांव मचाकी निवासी गुरप्रीत सिंह ने बताया कि अमृतसर रोड पर स्थित जगदंबे ट्रैवल के मालिक सुरजीत सिंह ने शहर और गांवों में कुवैत भेजकर नौकरी लगवाने के दावे करने वाले पोस्टर लगा रखे थे। वादा पूरा न होने पर पूरे पैसे वापस किए जाएंगे। महज 60 से 70 हजार रुपये में कुवैत जाएं और नौकरी पाएं।
एंट्री वीजा दिखाया, पैसे देने पर ऑफर लेटर देने की बात कही
200 से अधिक युवक इस ट्रैवल एजेंट के चंगुल में फंसे थे। एजेंट को पहले पैसे देने से युवक हिचक रहे थे, लेकिन एजेंट ने सभी को उनका कुवैत में एंट्री वीजा दिखाया। इसके अलावा पूरे पैसे देने के बाद नौकरी का ऑफर लेटर आने, दिल्ली में मेडिकल और इसके बाद कुवैत के लिए जहाज की टिकट जारी होने की बात कही। एंट्री वीजा को देखने के बाद युवकों ने एजेंट को पैसे थमा दिए।
दिल्ली जाने के लिए बुलाए, युवक बसों में करते रहे इंतजार
दिल्ली में मेडिकल के लिए ले जाने के लिए एजेंट ने युवकों को मोगा बुलाया। करीब 200 युवक मेडिकल के लिए दिल्ली ले जाने को चार निजी बसों का प्रबंध किया गया। जिन युवकों ने पैसे नहीं दिए, उनसे पैसे लेने के बाद ही एजेंट ने उन्हें बस में चढऩे दिया। युवकों को बसों में बिठाकर एजेंट खुद निजी वाहन से साथ चलने की बात कहकर वहां से फरार हो गया।
बस ऑपरेटर्स को भी नहीं दिए थे पैसे
बस चालक और युवक बीते वीरवार को रात 11 बजे तक एजेंट के आदेश का इंतजार करते रहे। जब एजेंट से संपर्क नहीं हुआ तो बस चालकों ने बसें दिल्ली के लिए ले जाने से मना कर दिया और युवक रात को घर लौट गए। जिन बसों को दिल्ली जाने के लिए बुलाया गया था, उन्हें भी एजेंट ने एडवांस में कोई अदायगी नहीं की थी।
मामले की गहनता से की जा रही है जांच : थाना प्रभारी
मेहना पुलिस थाना प्रभारी परविंदर सिंह का कहना है कि मामला बड़ा है। मामले की जांच गहनता से कर रहे हैं। एजेंट ठगी के बाद विदेश न जा सके, इसके लिए सभी दूतावासों और हवाई अड्डों पर इसकी सूचना दे दी गई है। आरोपित के कुछ ठिकानों पर दबिश दी गई है, लेकिन वह फरार है। उसने पूरी तैयारी के साथ धोखाधड़ी की है। जल्द काबू कर लेंगे।
👉🏿क्रिकेट टीम में चयन नहीं हुआ तो नाैवीं के छात्र ने कर ली खुदकशी
पटियाला : बाबू सिह कॉलोनी के 15 वर्ष के कुलदीप सिंह ने स्कूल क्रिकेट टीम में नहीं चुने जाने रपर खुदकुश्ी कर ली। वह मल्टीपर्पज सीनियर सेकेंडरी स्कूल में 9वीं क्लास में पढ़ता था। परिवार के लाेग एक कमरे में टीवी देख रहे थे और कुलदीप ने दूसरे कमरे में गले में फंदा लगाकर जान दे दी। घर वालाें ने उसे फंदे पर लटका देखा ताे उनके होश उड़ गए। पंजाबी यूनिवर्सिटी में बतौर माली काम करने वाले सुखदेव सिंह ने बताया कि बेटे कुलदीप का स्कूल क्रिकेट टीम में चयन नहीं हुआ था। इससे वह कई दिनों से परेशान था। शनिवार को जब पूरा परिवार टीवी देख रहा था तो उसने दूसरे कमरे में जाकर फंदा लगा लिया। करीब एक घंटे के बाद परिवार को पता चला तो उसे लेकर राजिंदरा अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बख्शीवाला थाना इंचार्ज एसआइ गुरनाम सिंह ने बताया कि सुखदेव सिंह के बयान पर भादसं की धारा 174 क तहत कार्रवाई की गई है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिवार को सौंप दिया गया है। मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
👉🏿सेक्स की आदी थी पत्नी, दोस्तों में बना मजाक तो पति ने मार डाला
बिलासपुर : छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में पति द्वारा पत्नी की हत्या का अजीबोगरीब मामला सामने आया है। पत्नी की हत्या कर पति अगले दिन खुद ही पुलिस थाने पहुंचा और आत्मसमर्पण कर दिया। इसके बाद उसने पुलिस को जो कहानी सुनाई, उससे पुलिस भी सकते में आ गई। दरअसल आरोपी की पत्नी निम्फोमेनिया से पीड़ित थी, जिससे तंग आकर उसने पत्नी की हत्या कर दी। पुलिस के मुताबिक, अपने आप में यह पहला मामला है जब किसी व्यक्ति ने निम्फोमेनिया से ग्रस्त पत्नी से तंग आकर उसकी हत्या की हो। आरोपी पति की निशानदेही पर पुलिस ने उसकी पत्नी की लाश बरामद कर ली है। आरोपी 30 वर्षीय आरोपी के मुताबिक, 2011 में उसकी शादी हुई थी। उनका एक पांच साल का बेटा भी है। जब उसने अपनी पत्नी का कत्ल किया, उस समय उसका बेटा घर में ही था। हत्या करने के बाद उसने पत्नी की लाश घर के अंदर ही किचन में दफना दिया। हत्या करने के बाद रातभर आरोपी पति अपने बेटे के साथ घर में ही रहा। अगले दिन सुबह उसने पुलिस थाने में जाकर आत्मसमर्पण कर दिया और अपनी पूरी कहानी सुनाई। पुलिस ने आरोपी के बेटे से पूछताछ की तो उसने तस्दीक की कि उसके पिता ने ही उसकी मां को मार डाला है। दरअसल पीड़िता निम्फोमेनिया से ग्रस्त थी। यह ऐसी बीमारी है जिसमें पीड़िता की यौनेच्छा अत्यधिक बढ़ जाती है और अधिकतर समय कामुकता से परेशान रहती है। आरोपी के मुताबिक, पत्नी की प्रताड़ना और धमकियों से तंग आकर उसे अपनी पत्नी की हत्या करनी पड़ी। आरोपी ने बताया कि उसकी पत्नी वक्त बेवक्त उससे शारीरिक संबंध बनाने की डिमांड किया करती थी। उसकी इच्छा पूरी न करने पर वह गाली-गलौज करने लगती थी। इतना ही नहीं वह अपने पति को दहेज के मामले में फंसाने की धमकी भी देती थी। आरोपी पति ने बताया कि उसने कई बार अपने दोस्तों को बुलाकर अपनी पत्नी की इच्छा पूरी करवाई। लेकिन यह सिलसिला रोज ही शुरू हो गया। यहां तक कि उसके दोस्त भी उसकी हंसी उड़ाने लगे थे। घटना वाले दिन भी उसकी पत्नी ने किसी दोस्त को बुलाकर उसकी यौन इच्छा पूरी करने की डिमांड की थी। इसे लेकर पति-पत्नी के बीच जमकर लड़ाई हुई। पत्नी ने सुबह थाने में पति के खिलाफ शिकायत करने की धमकी भी दे डाली। दोनों के बीच विवाद इतना बढ़ा कि संजय ने लोहे के डंबल से वार कर पत्नी की हत्या कर दी। इसके बाद उसने घर में रखे लोहे के सब्बल से किचन में गड्ढा खोदा और पत्नी की लाश को दफना दिया। लेकिन गुस्सा शांत होने पर उसने पुलिस को अपनी आपबीती सुनाने का फैसला किया। सुबह अपने बेटे के साथ वह सरेंडर करने थाने पहुंच गया। पुलिस ने आरोपी पति का बयान दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद पुलिस आरोपी की निशानदेही पर उसके घर पहुंची और किचन में गाड़कर दबाई गई पत्नी की लाश को बरामद कर लिया। पत्नी की लाश को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा दिया गया है।
👉🏿हाफिज सईद की राजनीतिक पकड़, अब नहीं होगी कड़ी कार्रवाई, PAK सरकार ने फैसला पलटा!
इस्लामाबाद : आतंकियों की सरपरस्ती करने वाले पाकिस्तान का असली चेहरा एक बार फिर सामने आया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने मुंबई हमले के गुनहगार हाफिज सईद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने वाला अपना फैसला पलट दिया है। बताया जा रहा है कि हाफिज सईद के आतंकी संगठन जमात-उद-दावा और फलह-ए-इंसानियत फाउन्डेशन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने से राजनीतिक संकट का खतरा था। जिसके डर से अब्बासी ने अपना फैसला पलट दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान पर आतंकवादियों को पनाह देने का आरोप लगाते हुए सुरक्षा सहायता के तौर पर उसे दी जाने वाली दो अरब डॉलर की राशि रोक दी थी। इसके बाद वह आतंकवादी समूहों पर लगाम कसने को लेकर काफी दबाव में आ गया था। जमात-उद दावा (JuD) लश्कर-ए तैयबा का मुखौटा संगठन है. यह मुंबई में 2008 में हुए आतंकवादी हमले के लिए जिम्मेदार है। उस हमले में 166 लोग मारे गए थे। अमेरिका ने जून 2014 में विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया था।
अब्बासी ने क्या कहा
‘द न्यूज’ की खबर के अनुसार एक बैठक में अब्बासी ने कहा, ‘दोनों संगठनों को प्रतिबंधित किया जाना चाहिए, लेकिन गृह मंत्री अहसन इकबाल की राय थी कि अगर अभी इन संगठनों को प्रतिबंधित किया गया तो सरकार को उसी तरह के संकट का सामना करना पड़ेगा, जैसा उसे नवंबर में करना पड़ा था। नवंबर में फैजाबाद में खादिम हुसैन रिजवी के नेतृत्व वाले इस्लामी संगठन तहरीक लब्बाइक या रसूल अल्लाह के समर्थकों के धरने की वजह से इस्लामाबाद और रावलपिंडी में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया था। बैठक में वित्त और आर्थिक मामलों पर प्रधानमंत्री के सलाहकार मिफ्ताह इस्माइल और विदेश सचिव तहमीना जंजुआ ने वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (एफएटीएफ) की आगामी बैठक के संभावित नतीजों के बारे में उन्हें जानकारी दी। इस बैठक में पाकिस्तान को उन देशों की सूची में डालने का फैसला किया जा सकता है जो आतंकवाद का वित्तपोषण करते हैं। खबर में बताया गया कि उनकी सूचनाओं के आधार पर अब्बासी ने तीन सदस्यीय एक समिति का गठन किया, जो जेयूडी और एफआईएफ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के बारे में फैसले को अंतिम रूप देगी। इस समिति में इकबाल, इस्माइल और अटॉर्नी जनरल इश्तार औसफ शामिल हैं। समिति ने राष्ट्रपति के अध्यादेश के जरिए मुद्दे का समाधान करने का फैसला किया। इसके जरिए आतंकवाद निरोधक कानून, 1997 में संशोधन किया जाएगा। यह कानून संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा प्रतिबंधित संगठन की सभी संपत्तियों को कुर्क करने में सक्षम बनाएगा।
ममता सिंह