कुछ खबरें विस्तार से
*राजधानी लखनऊ*
*यूपी बोर्ड की परीक्षाएं कल से शुरू, जरूर रखें इन बातों का खयाल*
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं कड़ी निगरानी के बीच मंगलवार से शुरू होंगी। 10वीं में 3655691 (2143387 बालक व 1512304 बालिका) और 12वीं में 2981327 (1674124 बालक व 1307203 बालिका) परीक्षा में शामिल होंगे। बोर्ड परीक्षा के लिए प्रदेशभर में 8549 सेंटर बनाये गये हैं। केंद्र निर्धारण पहली बार ऑनलाइन होने के कारण केंद्रों की संख्या पिछले साल की तुलना में 2866 कम हुई है।
मंगलवार को सुबह 7.30 से 10.45 बजे की पहली पाली में हाईस्कूल गृह विज्ञान और इंटर हिन्दी प्रथम प्रश्नपत्र की परीक्षा होगी। 2 से 5.15 बजे की दूसरी पाली में इंटर का सामान्य हिन्दी प्रथम प्रश्नपत्र का पेपर होना है। हाईस्कूल की परीक्षा 14 कार्य दिवसों में 22 फरवरी तक और इंटर की परीक्षा 26 कार्य दिवसों में 12 मार्च तक कराई जाएगी। प्रत्येक सेक्टर व स्टैटिक मजिस्ट्रेट केंद्र पर शांतिपूर्ण एवं शुचितापूर्ण परीक्षा कराने के लिए व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार होंगे।
18 मंडलों में शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को पर्यवेक्षक के रूप में तैनात किया गया है। छात्र-छात्राओं की सहूलियत के लिए इस बार भी बोर्ड ने प्रवेश पत्र पर टाइम टेबल प्रकाशित कराया है। इससे जानकारी के अभाव में परीक्षा छूटने की गुंजाइश नहीं रहेगी। सचिव नीना श्रीवास्तव ने सोमवार को मंडल और जिले के अफसरों को फोन कर तैयारियों का जायजा लिया और नकल करवाने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव के निर्देश
-अति संवेदनशील परीक्षा केंद्रों पर सशस्त्र बल और आवश्यकतानुसार एसटीएफ तैनात कर नकलविहीन परीक्षा कराएं
-जनपद में निर्धारित संवेदनशील/अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्रों के केंद्र व्यवस्थापक आवश्यक समझें तो उसकी निगरानी एलआईयू से कराएं
-परीक्षा केंद्र के बाहर से कराई जाने वाली नकल की रोकथाम के लिए सेक्टर मजिस्ट्रेट उत्तरदायी होंगे, वे स्थानीय पुलिस के सहयोग से काम करेंगे
-परीक्षा केंद्र पर नियुक्त कक्ष निरीक्षक पहचान पत्र सहित आधार कार्ड के साथ ड्यूटी करेंगे
-परीक्षा केंद्र के बाहर समाज विरोधी तत्वों या बाहरी लोगों को एकत्र न होने देने के लिए जिला प्रशासन धारा-144 लागू करने के साथ ही सभी उपाय करे
-परीक्षा केंद्र के आस-पास ध्वनि विस्तारक यंत्रों का प्रयोग प्रतिबंधित रहेगा, एक सेक्टर में 10 से 12 परीक्षा केंद्र होंगे
-परीक्षा केंद्रों के औचक निरीक्षण के दौरान सीसीटीवी कैमरा के प्रभावी रूप से कार्य करने की जांच अवश्य की जाएगी
50 जिलों में कोडेड कॉपियों पर होगी परीक्षा-
सादी उत्तरपुस्तिकाओं की हेराफेरी व इनके अनुचित ढंग से प्रयोग किए जाने की संभावना को देखते हुए इस बार प्रदेश के 50 संवेदनशील जिलों में क्रमांकित उत्तर पुस्तिकाओं (कोडेड कॉपी) पर परीक्षा कराई जाएगी। इन जिलों में अलीगढ़, आगरा, मथुरा, हाथरस, एटा, मैनपुरी, फिरोजाबाद, कासगंज, शाहजहांपुर, बदायूं, मुरादाबाद, संभल, इलाहाबाद, आजमगढ़, देवरिया, बलिया, सिद्धार्थ नगर, कुशीनगर, मेरठ, बाराबंकी, इटावा, औरैया, कौशाम्बी, हरदोई, कानपुर नगर, कानपुर देहात, जौनपुर, गोंडा, अंबेडकरनगर, गाजियाबाद, बागपत, मुजफ्फरनगर, प्रतापगढ़, जालौन, बांदा, महाराजगंज, फतेहपुर, चित्रकूट, गाजीपुर, सुल्तानपुर, भदोही, संत कबीरनगर, बरेली, जेपी नगर, बिजनौर, उन्नाव, फैजाबाद, बहराइच, बस्ती और मऊ शामिल हैं।
पहले दिन आधे घंटे पहले मिलेगा प्रवेश-
बोर्ड परीक्षा के पहले दिन परीक्षार्थियों को आधे घंटे पहले परीक्षा केन्द्र में प्रवेश दिया जाएगा। उसके बाद प्रत्येक दिन परीक्षा से 15 मिनट पहले प्रवेश मिलेगा। बोर्ड ने केन्द्र व्यवस्थापकों को भेजे दिशा-निर्देश में स्पष्ट कहा है कि परीक्षार्थियों को 30 मिनट पहले केन्द्र में प्रवेश की अनुमति दी जाए ताकि वे अपनी सीट तक समय रहते पहुंच सके। परीक्षार्थियों को भी सलाह दी गयी है कि वे अपनी सीट पर बैठने से पहले आसपास चिट वगैरह को ठीक तरह से चेक कर लें और अवांछित चिट या कागज का कोई टुकड़ा मिलता है तो उसे कक्ष निरीक्षक को सौंप दें।
बोर्ड परीक्षार्थियों को हिदायत-
1. परीक्षार्थियों को उत्तरपुस्तिका पर लाल स्याही से नहीं लिखना चाहिए।
2. बोर्ड परीक्षा के प्रवेश पत्र के साथ कक्षा 9 और 11 का रजिस्ट्रेशन कार्ड भी लाना आवश्यक है।
3. उत्तरपुस्तिका के प्रथम तथा अंतिम आवरण पृष्ठ पर छपे निर्देशों को पढ़कर आवश्यक प्रविष्टियां ध्यानपूर्वक लिखें।
4. प्रश्न पत्र मिलते ही उसके शीर्षक को ध्यानपूर्वक पढ़कर यह देख लेना चाहिए कि उन्हें ठीक पेपर मिला है।
5. परीक्षा कक्ष में प्रश्न-पत्र बंटने से पहले अपनी डेस्क की तलाशी ले लें। यदि कोई किताब या कागज मिले तो उसे बाहर भिजवा दें।
6. परीक्षार्थी को प्रश्न-पत्र पर कुछ नहीं लिखना चाहिए। जो भी रफ कार्य करना है वो उत्तरपुस्तिका पर ही करें।
24 घंटे काम करेगी बोर्ड की हेल्पलाइन-
यूपी बोर्ड ने परीक्षा के लिए हेल्पलाइन बनाई है जो 24 घंटे काम करेगी। यदि किसी प्रकार की समस्या या शिकायत हो तो 0532-2622767, 2623182 और 2623139 नंबरों पर संपर्क किया जा सकता है।
इस सत्र में स्कूलों में सबसे कम हुई पढ़ाई-
मंगलवार से शुरू हो रही 2017-18 सत्र की परीक्षा के लिए सबसे कम पढ़ाई हुई। पिछले साल विधानसभा चुनाव के कारण परीक्षा 16 मार्च से शुरू हुई थी। जिसकी वजह से नया सत्र जुलाई 2017 से शुरू हो सका। पूरे जुलाई प्रवेश की आपाधापी और दूसरी औपचारिकताओं में निकल गया। अगस्त से जनवरी तक छह महीने के दौरान काफी समय त्योहार, रविवार व अन्य कारणों से स्कूल बंद रहे। इस लिहाज से पढ़ाई बहुत कम हो सकी।
आठ जेलों में 202 कैदी देंगे बोर्ड परीक्षा-
बोर्ड परीक्षा के लिए प्रदेश की आठ जेलों को भी केन्द्र बनाया गया है। जेल में बने केन्द्रों में इस साल 202 कैदी परीक्षा में शामिल होंगे। इनमें से हाईस्कूल के 107 और इंटर के लिए 95 कैदियों ने पंजीकरण कराया है। बोर्ड ने फिरोजाबाद, गाजियाबाद, बांदा व गोरखपुर की जिला जेलों और बरेली, फर्रुखाबाद, लखनऊ व वाराणसी की केन्द्रीय जेल को परीक्षा के लिए सेंटर बनाया है। इन केन्द्रों के आसपास की जेलों में निरुद्ध बंदी यहीं परीक्षा देंगे। यूपी बोर्ड की ओर से जेल प्रशासन को उत्तरपुस्तिका और प्रश्नपत्र उपलब्ध कराया जाएगा। परीक्षा कराने की जिम्मेदारी जेल प्रशासन की होगी।
प्रदेशभर के 25896 स्कूलों के बच्चे होंगे शामिल-
10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षा में 25896 स्कूलों के बच्चे सम्मिलित होंगे। इनमें 2152 राजकीय, 4535 सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय और 19209 वित्तविहीन स्कूल हैं। कुल 25896 स्कूलों में से इंटर स्तर के 15991 और केवल हाईस्कूल स्तर के 9905 स्कूल हैं।
प्रद्युम्न हत्याकांड:
राष्ट्रीय | 05 फ़रवरी 2018 गुड़गांव, 05 फरवरी भोंडसी के एक निजी स्कूल में सात वर्षीय प्रद्युम्न की हत्या के मामले में सीबीआई ने एक 16 वर्षीय छात्र के खिलाफ गुड़गांव की एक अदालत में आरोप पत्र दायर किया। यह आरोप पत्र अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश जसबीर सिंह कुंडू की अदालत में दायर किया गया। उनकी अदालत नाबालिग आरोपी को कथित तौर पर बच्चे की हत्या के लिये व्यस्क के तौर पर देख रही है। आरोप पत्र का विवरण अभी सामने नहीं आया है।
पीड़ित का शव पिछले साल आठ सितंबर को विद्यालय के शौचालय में मिला था। उसका गला रेता हुआ था। इससे पहले अदालत ने मीडिया को 16 वर्षीय किशोर का नाम उजागर नहीं करने और उसकी जगह काल्पनिक नाम का इस्तेमाल करने को कहा था। अदालत ने सात वर्षीय पीड़ित का नाम ‘‘प्रिंस’’, नाबालिग आरोपी का नाम ‘‘भोलू’’ और स्कूल का नाम ‘‘विद्यालय’’ लिखने का निर्देश दिया था। अदालत ने आठ जनवरी को नाबालिग आरोपी की जमानत याचिका को खारिज कर दिया था और उस पर अदालत का समय बर्बाद करने के लिये 21 हजार रूपये का जुर्माना लगाया था
बृजेश सिंह के सिकरौरा नरसंहार कांड की सुनवाई मामले में जज बदलने की मांग
चंदौली। एमएलसी बृजेश सिंह के मामले में एक नया मोड आता दिखाई दे रहा है। वादिनी हीरावती देवी ने मामले की सुनवाई कर रहे जज के खिलाफ अविश्वास व्यक्त करते हुए जिला जज को प्रार्थना पत्र दिया है कि मामले को किसी और की अदालत में भेजा जाय। फिलहाल जिला जज ने वादिनी के प्रार्थनापत्र की सुनवाई के लिए सात फरवरी की तारीख मुकर्रर की है।
सिकरौरा नरसंहार कांड में मुख्य आरोपी विधान परिषद् सदस्य बृजेश सिंह के खिलाफ न्याय के लिए लड़ रही हीरावती देवी के विधिक सलाहकार राकेश ‘न्यायिक’ ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा है कि वादिनी हीरावती देवी ने मामले की सुनवाई कर रहे एक जज के खिलाफ अविश्वास व्यक्त करते हुए जिला जज को प्रार्थना पत्र दिया है। जिला जज ने वादिनी के प्रार्थनापत्र की सुनवाई के लिए सात फरवरी की तारीख मुकर्रर की है।
मुझे निशाना बनाने को काफिले पर हमला – नीतीश*
पटना, 05 फरवरी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी विकास समीक्षा यात्रा के दौरान बक्सर जिला के नंदन गांव में हुए पथराव के बारे में आज कहा कि जिन लोगों ने मेरे काफिले पर हमला किया, वे उन्हें निशाना बनाना चाहते थे।
लोक संवाद कार्यक्रम के बाद आज पत्रकारों से नीतीश ने उनके काफिले पर हुए पथराव के बारे में कहा कि वाहन की अगली सीट पर किसी के बैठे रहने पर बाहर से अचानक नहीं दिखता कि अंदर कौन बैठा है। लेकिन उनके वाहन में झंडा तो लगा हुआ था। उन्होंने कहा कि यह घोर आश्चर्य का विषय है कि गांव के भीतर पथराव किया गया। इस संबंध में जांच चल रही है।
जेड प्लस सुरक्षा एवं मुख्यमंत्री के दिल्ली में मिलने वाले आवास के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि वह बिहार के मुख्यमंत्री को मिला है, उन्हें व्यक्तिगत तौर पर नहीं।
बोधगया मंदिर संबंधित सुरक्षा बैठक के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि इसमें केंद्र और राज्य के पदाधिकारी के साथ बैठक हुई थी। केंद्र और राज्य की एजेंसी जांच कार्य में लगी है। महाबोधि मंदिर की सुरक्षा से संबंधित योजना बनायी गई है, उस पर कार्य हो रहा है।
जापान यात्रा को लेकर पूछे गए प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि निमंत्रण आया है। फरवरी में वहां जाने की संभावना है। विदेश मंत्रालय इसको अंतिम रुप दे रहा है। इसके तय होने पर ही आधिकारिक सूचना दी जाएगी।
ममता सिंह