कुछ खबरें विस्तार से—
,,☺☺☺: युवती को अगवा कर कार में किया गैंगरेप, जांच में जुटी पुल
योगी के वह भाजपा के राज में उत्तर प्रदेश के बागपत में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां गांव के युवकों ने एक युवती को अगवा कर कार में गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया है। इस घटना के बाद पीड़िता पुलिस थाने पहुंची। जहां पुलिस ने उसकी फरियाद नहीं सुनी। जिसके बाद पीड़िता के परिवार ने एसपी के पास न्याय की गुहार लगाई। वहीं एसपी ने पुलिस को पीड़िता की तहरीर पर आरोपियों की तलाश शुरू करने के निर्देश दिए हैं।
जानिए पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक मामला खेकड़ा थाना क्षेत्र का है। जहां की निवासी रजनी(काल्पनिक नाम) की शादी मुजफ्फरनगर के मंसूरपुर में हई है। युवती शनिवार अपने मायके आई थी। पीड़िता का आरोप है कि तीन युवक उसके घर आए और कार में अगवा कर ले गए। जिसके बाद तीनो युवकों ने महिला को नशीला पदार्थ सुंघाकर बेहोश कर दिया। जिस दौरान आरोपियों ने गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया। गैंगरेप करने के बाद आरोपियों ने पीड़िता को खेकड़ा स्टेशन के पास उतार दिया। जिसके बाद युवती थाने पहुंची और स्थानीय पुलिस को पूरी घटना की जानकारी दी।
पीड़िता का आरोप पुलिस ने नहीं लिखी तहरीर
पीड़िता का आरोप है कि स्थानीय पुलिस ने जब महिला की फरियाद नहीं सुनी तो महिला अपने परिजनों के साथ बागपत एसपी ऑफिस पहुंची। एसपी बागपत से पूरे मामले की शिकायत कर कार्रवाई की गुहार लगाई। मामले को गंभीरता से लेते हुए बागपत एसपी जयप्रकाश ने खेकड़ा थाना पुलिस को मुकदमा दर्ज कर जांच करने का आदेश दिए हैं।
पुलिस कर रही मामले की जांच
पीड़िता का कहना है कि गैंगरेप करने वाले आरोपियों की रंजीश उसके ससुरालियों के साथ चल रही है। जिस कारण उसे अगवा कर गैंगरेप किया है। पीड़िता ने आरोपियों की शिनाख्त आसिफ, तौसीफ, रिजवान के रूप में की है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले में जांच के बाद कार्रवाई की बात कर रही है।
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सरकारी है वह हमारी है वाली सोच पड़ी भारी,
तीन महिलाओं सहित 9 पर पर्चा दर्ज जो सरकारी है वह हमारी है वाली सोच पड़ी भारी, तीन महिलाओं सहित 9 पर पर्चा दर्ज सरकारी जगह पर कब्ज़ा करने के आरोप में पुलिस ने तीन महिलाओं सहित कुल 9 जनों पर मुक़द्दमा दर्ज किया है। यह मामला पुलिस ने ब्लाक विकास एवं पंचायत अधिकारी द्वारा दी गई शिकायत पर दर्ज किया है। प्राप्त जानकारी अनुसार गांवों में पंचायती जमीन पर लोगों द्वारा कब्ज़े सालों से हैं और सरकार द्वारा कब्ज़ा छुड़वाये जाने को लेकर समय-समय पर सख्ती भी की जाती है परन्तु हालात ज्यों के त्यों ही बने हुए है। अधिकतर गांवों के छप्पडों पर कब्ज़े होने के कारण पानी निकासी की बड़ी समस्या सामने आ रही है लेकिन सियासी प्रभाव और सियासी दखलंदाजी के चलते कब्ज़ा छुड़वाये जाने की मुहीम ठन्डे बस्ते में है। पंचायती गली में कुछ लोगों द्वारा कब्ज़ा करने के आरोप में थाना सदर फाजिल्का पुलिस ने ब्लाक विकास एवं पंचायत अफसर की शिकायत पर कुल 9 जनों पर 3 प्रोवेशन ऑफ़ पब्लिक प्रॉपर्टी डेमेज एक्ट 1984 के तहत मुक़द्दमा दर्ज किया है। पुलिस अनुसार उनको शिकायत प्राप्त हुई है कि गांव बाहिक ख़ास वासी कृष्ण कुमार पुत्र जीत सिंह, सुमन रानी पत्नी कृष्ण कुमार, जसपाल सिंह पुत्र बाकर सिंह, कुलवंत सिंह पुत्र जसपाल सिंह, रमनदीप सिंह पुत्र अमरीक सिंह, आशा रानी पत्नी अमरीक सिंह, हरनेक सिंह पुत्र कश्मीर सिंह, सुमित्रा पत्नी कश्मीर सिंह और जगजीत सिंह पुत्र हरनेक सिंह सरकारी गली में बार-बार नाजायज कब्ज़ा कर रहे हैं और इस बाबत कई बार उक्त लोगों को ऐसा करने पर उनके खिलाफ कानूनी कारवाई करने को कहा गया परन्तु उक्त लोग नहीं माने और पंचायती गली में कब्ज़ा किया गया। विभाग द्वारा पुलिस की मदद से कब्ज़ा छुड़वाया गया लेकिन जब फिर उक्त लोगों ने कब्ज़ा किया तो विभाग द्वारा इनके खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग को लेकर 18 सितम्बर 2017 को शिकायत पत्र जिला पुलिस कप्तान को दिया गया। एस.एस.पी की हिदायत पर थाना सदर पुलिस ने उक्त सभी पर मुक़द्दमा दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी है और गिरफ़्तारी को लेकर छापा भी मारा गया परन्तु आरोपी मौके से फरार हो गए।
जिला फाजिल्का के 20 अध्यापकों को कारण बताओ नोटिस जारी, होगी कार्रवाई जिला फाजिल्का के 20 अध्यापकों को कारण बताओ नोटिस जारी, होगी कार्रवाई
जिला फाजिल्का के 20 अध्यापकों को शिक्षा विभाग ने कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए कहा है कि लापरवाही बरतने के मामले में क्यों ना उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाए। उक्त अध्यापक जिले के अलग-अलग 15 सरकारी स्कूलों में तैनात हैं और इनमें वह मुख्याध्यापक शामिल हैं जिनके स्कूलों का परीक्षा परिणाम बूरा रहा है और बाकी वह है जिनके ऊपर गलत मार्किंग का आरोप है। प्राप्त जानकारी अनुसार शिक्षा विभाग द्वारा नव वर्ष के तोहफे के रूप में जिला फाजिल्का के 20 अध्यापकों को कारण बताओ नोटिस भेजा गया है। शिक्षा विभाग अनुसार फाजिल्का के करीब 15 सरकारी स्कूलों के उक्त 20 अध्यापकों में शामिल अध्यापकों में गलत मार्किंग और स्कूल के बुरे रहे परीक्षा परिणाम वाले अध्यापक हैं। विभाग का कहना है कि अध्यापकों की लापरवाही के कारण ही विभाग की किरकिरी हुई है। जिले में जिन सरकारी स्कूलों के परीक्षा परिणाम बेहद ख़राब रहे हैं उनमें गांव घल्लू, आलमगढ़, ब्रांच स्कूल अबोहर, अरनीवाला, पंजकोसी, बांडी वाला शामिल है। जिला शिक्षा अधिकारी ओम प्रकाश जैन अनुसार जिन अध्यापकों को नोटिस जारी हुए हैं उनमें से कईओं ने जवाब दे दिया है जबकि आधे से ज्यादा अध्यापकों ने अभी जवाब भेजना है। उन्होंने कहा कि जो अपना जवाब नहीं भेजेंगे उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने की हिदायत विभाग के उच्चाधिकारियों द्वारा दी गई है। उन्होंने कहा कि विभाग की ओर से उठाया गया यह कदम भविष्य में शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने में सहायक सिद्ध होगा और अध्यापक ज्यादा ध्यान के साथ मार्किंग करेंगे वहीं स्कूलों के मुख्याध्यापक स्कूल के बेहतर रिजल्ट के लिए पूरी मेहनत और लगन के साथ अपनी ड्यूटी की जिम्मेवारी को समझेंगे।
प्रेम विवाह के बाद महिला की अपने पति से अनबन रहने लगी। इसके बाद उसने छोटी बहन व उसके प्रेमी के साथ मिलकर पति के साथ खौफनाक काम कर दिया। …
मोहाली। परिवार वालों की मर्जी के बिना महिला ने प्रेम विवाह तो कर लिया, लेकिन कुछ ही समय के बाद उसकी पति से अनबन रहने लगी। आखिरकार उसने बड़े शातिराना तरीके से पति को रास्ते से हटाने की योजना बना दी। महिला ने अपनी छोटी बहन व उसके प्रेमी के साथ मिलकर पति को रास्ते से हटा दिया और फिर किसी और शहर में भागने की योजना बनाई, लेकिन पुलिस ने उन्हें दबोच लिया।
गांव हुसैनपुरा में 2 जनवरी की रात को 29 वर्षीय युवक अब्दुल मोहम्मद कयूब खान का कत्ल हो गया था। पुलिस ने मामले को सुलझाने का दावा किया है। एसपी (डी) हरबीर सिंह अटवाल ने बताया कि जांच के दौरान सामने आया कि कयूब खान की पत्नी सुबाना ने ही अपनी बहन शबनम अंसारी ऊर्फ पलक व उसके प्रेमी मोहम्मद गुलजार के साथ मिलकर पति का कत्ल करवाया था। शनिवार को पुलिस को सूचना मिली थी कि उक्त तीनों आरोपी यहां से फरार होने की ताक में हैं, जिसके बाद टीमों ने जंडपुर-मनाणा रोड पर नाका लगाकर उनको काबू कर लिया।
परिवार वालों की मर्जी के बिना की थी शादी
प्राथमिक जांच के दौरान सुबाना ने बताया कि वर्ष 2005 में उसकी शादी अब्दुल बयूब खान निवासी काजी सहाय, चांदपुर, जिला बिजनौर (यूपी) के साथ घरवालों की मर्जी के बिना हुई थी। उसके तीन लड़के व एक लड़की भी है। शादी के बाद काफी समय दिल्ली में गुजारने के बाद वह खरड़ में आकर रहने लग गई। उसका पति नशा करके उसको व बच्चों को पीटता था, जिस कारण वह हमेशा परेशान रहती थी। इसके लिए उसने अपनी बहन के साथ मिलकर पति को मारने की योजना बनाई।
बहन के प्रेमी ने दी नींद की गोलियां
उसने बताया कि उसकी बहन शबनम के प्रेमी मोहम्मद गुलजार ने नींद की गोलियां लाकर दी, जो कि उसने शराब में मिलाकर अपने पति को दे दी थी। इसके बाद वह बच्चों सहित कार में सवार होकर चंडीगढ़ चले गए। नशे में होने के कारण उसके पति ने कार चंडीगढ़ में फुटपाथ पर चढ़ा दी। उनको जख्मी हालत में अस्पताल ले जाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद वह वापस घर आ गए। फिर उसकी बहन ने प्रेमी को बुलाया और वे दोनों उसके पति को हुसैनपुर ले गए और उसको मौत के घाट उतार दिया।
आरोपियों की निशानदेही पर चाकू व खून से सने कपड़े बरामद
पुलिस द्वारा आरोपियों की निशानदेही पर वारदात में इस्तेमाल किया गया। चाकू व खून से लथपथ कपड़े आदि बरामद कर लिए हैं। पुलिस द्वारा तीनों आरोपियों के विरुद्ध धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर आरोपियों को हिरासत में रखा गया है।
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: वाह री भारतीय न्यायिक प्रणाली