1 January, 2018 08:51

राजधानी लखनऊ*

*सीएम योगी के काफिले के आगे कूदा युवक,*

*उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को शनिवार को हैरानी भरा वाकये देखने को मिला। शनिवार को सीएम के काफिले के सामने एक युवक अचानक कूद गया। सोनभद्र से आए इस युवक श्याम मिश्रा ने सोनभद्र सदर से भाजपा विधायक तथा भाजपा के जिलाध्यक्ष पर अवैध खनन का आरोप लगाया है। फिलहाल पुलिस युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।*

मुख्यमंत्री योगी शनिवार सुबह लोकभवन में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने जा रहे थे। उसी समय लोकभवन के गेट पर सोनभद्र ओबरा निवासी श्याम मिश्रा (30) ने योगी के काफिले के आगे कूदने का प्रयास किया। उस युवक को सुरक्षाकर्मियों ने पकड़ा और हजरतगंज पुलिस को सौंप दिया है। मुख्यमंत्री की गाड़ी के पीछे राज्यपाल राम नाईक, उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा व महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस की गाड़ियां थीं।

श्याम मिश्रा ने सोनभद्र के भाजपा जिला अध्यक्ष अशोक कुमार मिश्रा और सदर विधायक भूपेश चौबे पर बालू और गिट्टी खनन का आरोप लगाया है। उसने बताया कि वह लखनऊ के लक्ष्मण मेला ग्राउंड में कई बार जिलाध्यक्ष और विधायक पर कार्रवाई की मांग एवं खनन के विरोध को लेकर अनशन कर चुका है।
श्याम मिश्रा ने बताया, ‘छह महीने से अवैध खनन पर रोक लगाने के लिए अधिकारियों व मंत्रियों के चक्कर लगा चुका हूं, लेकिन कोई मेरी सुनने वाला नहीं है। इससे आहत होकर मैंने मुख्यमंत्री की फ्लीट के सामने छलांग लगाई।’ उसने कहा कि 2200 की परमिट 14,000 में बेची जा रही है और अवैध खनन के चलते वहां की जनता अपना आशियाना नहीं बना पा रही है
राजधानी लखनऊ*

*लखनऊ : मदरसा की छात्रा बोली, छह महीने से रेप कर रहा था संचालक*

*यूपी की राजधानी लखनऊ के सआदतगंज इलाके के ‘खदीज़तुल कुबरा लिलबनात’ मदरसे का संचालक छात्राओं से महज छेड़छाड़ ही नहीं बल्कि उनका रेप भी करता था। शनिवार देर शाम पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया। अदालत ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।*

एएसपी पश्चिम विकास चन्द्र त्रिपाठी ने बताया कि बहराइच के एक गांव की रहने वाली 19 वर्षीय युवती पिछले तीन साल से सआदतगंज के खदीज़तुल कुबरा लिलबनात मदरसे में रहकर तालीम ले रही थी। करीब एक साल पहले घरवालों ने उसकी छोटी बहन का दाखिला भी इसी मदरसे में कराया था। शुक्रवार को पुलिस ने मदरसे में छापेमारी करके 51 छात्राओं को मुक्त कराया। सभी छात्राओं को प्राग नारायाण रोड स्थित नारी निकेतन में रखा गया है। जहां चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सदस्यों द्वारा बारी-बारी से छात्राओं का बयान दर्ज किया जा रहा था।

इसी क्रम में बहराइच निवासी छात्रा ने बयान दिया कि मदरसा संचालक कारी तैय्यब जिया पिछले छह महीनों से उसका रेप कर रहा था। विरोध करने पर वह उसे मारता-पीटता था। इतना ही नहीं आरोपी ने उसे धमकी दी थी कि अगर यह बात किसी को बताई तो वह उसे गायब करवा देगा। छात्रा का बयान दर्ज करने के बाद सीडब्लूसी के अधिकारियों ने पुलिस को इसकी सूचना दी। सआदतगंज पुलिस ने छात्रा की तहरीर पर कारी तैय्यब जिया के खिलाफ रेप का मुकदमा दर्ज कर लिया है।

छह छात्राओं का मेडिकल कराया : एएसपी विकास चन्द्र त्रिपाठी ने बताया कि पुलिस ने आधा दर्जन छात्राओं का मेडिकल कराया है। शनिवार दोपहर सआदतगंज कोतवाली के एसएसआई राजकेसर यादव छह छात्राओं को लेकर रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल पहुंचे। जहां डॉ. शशि वर्मा की अध्यक्षता में गठित डॉक्टरों की टीम ने छात्राओं का मेडिकल परीक्षण किया। इस दौरान छात्राएं काफी डरी सहमी थीं। डॉक्टरों ने उन्हें ढांढस बंधाने के साथ आगे की कार्रवाई की।

2 नेपाल व 9 बिहार की छात्राएं : सीओ बाजारखाला अनिल कुमार यादव ने बताया कि मदरसे से मुक्त कराई गई 51 छात्राओं में से 2 नेपाल की रहने वाली हैं, जबकि 9 छात्राएं बिहार से हैं। शेष छात्राएं सीतापुर, बहराइच, कानपुर, संतकबीरनगर, बाराबंकी व लखनऊ की रहने वाली हैं। पुलिस ने छात्राओं के अभिभावकों को घटना की सूचना दी थी।
[12/30, 10:42 PM] Syed Husain: लखनऊ- नाज सिनेमाहॉल सील किया गया, 38 लाख गृहकर बकाया होने पर सीज
नोटिस के बाद नहीं जमा किया गृहकर, नगर निगम की टीम ने किया सीज।
[12/30, 10:45 PM] P Irfaan: *लखनऊ*
*गाजीपुर में लूट और हत्या के बाद अब महानगर में लूट*
*अपोलो फार्मेसी में असलहा दिखाकर लूट की वारदात*
*बदमाश दुकानदार से नकदी लूटकर फरार*
*महानगर में मिडलैंड हॉस्पिटल के सामने लूट की घटना*
[12/31, 12:19 AM] Asffak Khan J JA: *राजधानी लखनऊ*

*गरीबों पर चला अतिक्रमण और बड़ों को छुआ नही खूब हुआ हंगामा*

*लखनऊ हसनगंज क्षेत्र के डालीगंज इक्का स्टैंड के आसपास नगर निगम ने चलाया अतिक्रमण अभियान जिसमें रोड पर रखी गुमटियां तोडी़ गई रोड पर पक्के निर्माण जो आगे बढ़कर बने थे नगर निगम ने उन्हें छोड़ दिया इसी पर क्षेत्र के लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया उनका कहना था कि सभी का अतिक्रमण हटाया जाए पर नगर निगम ने पक्का निर्माण तोड़ने की जरूरत नहीं समझी और विरोध के बीच वापस लौट
*राजधानी लखनऊ*

*यूपी के अगले डीजीपी पर सस्पेंस बरकरार, आज हो सकता है फैसला, प्रवीण सिंह का नाम सबसे आगे*

*प्रदेश का अगला डीजीपी कौन होगा, इसको लेकर सस्पेंस बरकरार है। मौजूदा डीजीपी सुलखान सिंह 31 दिसंबर को रिटायर हो रहे हैं। सूत्रों का दावा है कि उन्हें सेवा विस्तार मिलने की संभावना लगभग खत्म हो गई है। नए साल में प्रदेश को नया डीजीपी मिलेगा। इसको लेकर कयास लगाए जा रहे हैं।*

माना जा रहा है कि केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर तैनात किसी अधिकारी को यूपी पुलिस की बागडोर नहीं दी जाएगी। दरअसल प्रतिनियुक्ति से किसी अधिकारी को प्रदेश में वापस लाने के लिए दो से तीन दिन का समय लगेगा। अब उतना समय नहीं बचा है। डीजीपी के लिए जिन नामों की सबसे अधिक चर्चा चल रही है, उनमें वरिष्ठता के आधार पर पहला नंबर प्रवीण सिंह का है।

डीजी फायर के पद पर तैनात प्रवीण का कार्यकाल जून 2018 तक है। दूसरे नंबर पर भवेश कुमार सिंह हैं। वे मुख्यमंत्री की गुडबुक में भी हैं। सरकार को ऐसे डीजीपी की तलाश भी है जो 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव को संपन्न करा सके। भवेश कुमार का माइनस पॉइंट डीजी रैंक के अफसरों में अधिकतर से जूनियर होना है।

हालांकि प्रदेश में इससे पहले भी कई डीजीपी अपने से सीनियर को सुपरसीड करके डीजीपी की कुर्सी तक पहुंचे हैं, पर भाजपा इसके खिलाफ रही है। ऐसे में हितेश अवस्थी और गोपाल गुप्ता में से भी किसी एक को डीजीपी बनाने पर विचार हो सकता है। इन दोनों ही का कार्यकाल जून 2019 से अधिक है।

*प्रवीण सिंह की संभावना सबसे अधिक*

सूत्रों का कहना है वरिष्ठता के आधार पर अगला डीजीपी तय होने की संभावना अधिक है। ऐसे में प्रवीण सिंह नए डीजीपी बन सकते हैं। 1982 बैच के आईपीएस प्रवीण पिथौरागढ़ (अब उत्तराखंड में), बिजनौर, आजमगढ़, लखीमपुर खीरी और कानपुर के पुलिस कप्तान रह चुके हैं।

सहारनपुर रेंज के डीआईजी और वाराणसी जोन के आईजी रह चुके हैं। 2009 में मायावती ने उन्हें लखनऊ रेंज का आईजी बनाया था, लेकिन तीन महीने बाद ही वह प्रतिनियुक्ति पर हरियाणा चले गए थे।

2012 में प्रतिनियुक्ति से लौटे तो अखिलेश ने उन्हें एडीजी फायर सर्विसेज की जिम्मेदारी दी। इसी पद पर रहते हुए वह डीजी के पद पर प्रमोट हुए। 3 जुलाई 2015 को उन्हें सीबीसीआईडी का डीजी बनाया गया, लेकिन सात माह बाद ही उन्हें वापस डीजी फायर सर्विसेज के पद पर भेज दिया गया।
नमो टी वी
ममता सिंह

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Copy Protected by Chetan's WP-Copyprotect.